रविवार, 1 जुलाई 2012

YAADEN (43) यादें (४३)

उस समय नहर पार शामलाल की चक्की थी उसका लड़का मोहनी था वे नायक थे; पर बहुत बढ़िया पंजाबी बोलते थे; शामलाल जी बहुत अच्छे सलीके से बात करते थे; मैं उनका बहुत सम्मान करता था; बाद में हमारे स्कूल से बिल्कुल पश्चिम में गणेशाराम सुथार ने चक्की और आरा मशीन लगाई उनका बड़ा लड़का नंदराम और अर्जुन बावरी का बड़ा भाई काम करते थे; वो गूंगा-बहरा था; हम सब बच्चे स्कूल आते-जाते उससे डरते थे; मेरी लिखाई साफ़ नहीं थी; मेरा लिखा पत्र न पढ़ पाने के कारण बड़े मामाजी ने मुझे डांटा भी था;
 नंदराम का छोटा भाई मनीराम मुझसे दो जमात आगे सुरेशलाल का सहपाठी था; छोटा काशीराम मुझसे एक दर्जा नीचे था; बाद में वो अपने किसी रिश्तेदार के गोद चला गया था; काशीराम से 1966 के बाद मुलाकात नहीं हुई;
मनीराम आजकल रायसिंहनगर पटवारी है; और सुरेशलाल शर्मा  हनुमान गढ़ जंकशन में प्रख्यात ज्योतिषविद हैं; उनका और मेरा चाचा-भतीजा वाला रिश्ता बरक़रार है; दादीजी श्रीमती कुंती देवी का 28.05.2012 सोमवार को यहाँ उनके पास ही इन्तेकाल हो गया है;


जय हिंद جیہینڈ  ਜੈਹਿੰਦ

Ashok, Tehsildar Hanumamgarh 9414094991
Ashok, Tehsildar Hanumamgarh ९४१४०९४९९१
My Location at Globe 74.2690 E; 29.6095N

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें