रविवार, 23 फ़रवरी 2014

YAADEN (129) यादें (१२९)

4BLD में दर्शन सिंह बराड़, का घर था; उनके बड़े भाई जसवंत सिंह उस समय विश्व खाद्य कार्यक्रम RCP श्रीविजयनगर में परियोजना प्रबंधक (तहसीलदार) थे ; उनके पिता  करतार सिंह और ताया जवाहर सिंह, बड़े सरल, और नेक बुज़ुर्ग थे; मुझ पर उनका काफी स्नेह था; 4BLD चक सीमा में उत्तर-पूर्व में उनकी ४ मुरब्बे की चौकड़ी ठाकरों से खरीद शुदा (100 बीघा= 62.5 एकड़= 25.29 HECTARE ) नहरी थी; जवाहर सिंह जी का लड़का गुरमेल सिंह, मेरा हम उम्र था; ग्राम पंचायत बिलोचिया के सरपंच देवीसिंह राठौड़ 2STB ढाणी में रहते थे; 2STB में ही JUSTICE जवान सिंह राणावत ( राणावत वेतन आयोग, के अध्यक्ष ) और उनके बेटों व परिवार के नाम कुल 14 मुरब्बे =350 बीघा =219 एकड़ = 88.5 Hectare नहरी कृषि भूमि थी; 3STB  कल्याण सिंह, जगमाल सिंह राजावत, 4STB में भालेरी ठाकुर नाहर सिंह (तत्कालीन SDM SRIGANGANAGR /राजवी पैलेस हनुमानगढ़ टाउन ) व उनके परिवार की ज़मीन थी; 4BLD में ही खुड़ी ठाकुर देवीसिंह व उनके परिवार, मालासी ठाकुर और BDO रतनसिंह, 1BLD में लूंछ ठाकुर रघुनाथ सिंह (थानेदार) व उनके परिवार;  की ज़मीने  थीं;  4BLD प्राथमिक  विद्यालय में टहलसिंह अध्यापक थे; विजयनगर और घडसाना तहसीलें नहीं थी ; राजस्व पटवारी मदन लाल लाहोरा उपनिवेशन पटवारी शिवरतन मोदी और कृषि पर्यवेक्षक पूरण चंद , भागीरथ और कृषि विकास अधिकारी  जगदीश नेहरा और गुरबक्श सिंह थे; नौकरी और उम्र  हिसाब से  छोटा मैं ही था;

जयहिंद جیہینڈ  ਜੈਹਿੰਦ 
Ashok 9414094991, Tehsildar ; Sri Vijay Nagar 335704 
http://www.apnykhunja.blogspot.com/  http://www.apnybaat.blogspot.com/;
 http://www.apnyvaani.blogspot.com/;       www.apnykatha.blogspot.com;
 My Location at Globe 73.5178 E; 29.2406 N

रविवार, 16 फ़रवरी 2014

YAADEN (128) यादें (१२८ )

 लेखपाल मंडल 4BLD में चक 1BLD 2BLD 2BLDA 4BLD 2STB 3STB 4STB 5STB थे; जिलेदार कार्यालय में काम करते हुए मुझे यह अच्छी तरह पता चल गया था, कि यह भूत-पूर्व जागीरदारों का इलाका है; जो आदतन सिंचाई शुल्क जमा नहीं करवाते, उनकी देखा-देखी दूसरे लोगों ने भी वैसा ही रवैया अख्तियार कर लिया है; पहले 2STB से 8STB तक एक ही हल्का था जिस पर ओम प्रकाश पटवारी थे; जो स्वाभाव से भी ढीले ही थे, इस हल्के की वसूली औसतन 30-40 प्रतिशत रहती थी;
मैंने मन ही मन चुनौती को स्वीकार किया और जिलेदार जी सोहनसिंह भुप्पल से सलाह करके, उपनिवेशन तहसील विजयनगर से आवंटन सूचियाँ प्राप्त कर ली;  जिन-जिन कृषको के दो या अधिक फसलों की सिंचाई शुल्क जमा नहीं थी उन सबका पानी काट कर, सभी चकों की पक्की वारियां बना दी; और जब पहली बार हल्के में गया,तो ढाणी-ढाणी जाकर,  अपना परिचय देते हुए, वाराबंदी की पर्चियां बाँट दी;  पूरे हल्के में हडकम्प मच गया; मुझे धमकियाँ मिलनी भी शुरू हो गयी;
2BLD में नोखाराम ओड, 1BLD में सुगन सिंह, और रघुनाथसिंह लूंछ ( थानेदार), 3STB में आनंद कँवर, शिमला ठाकर, 5STB  में भैरोसिंह घोटडा, विजयसिंह कातर,  कानसिंह, सब मुझसे जबरदस्त रुष्ट हुए; नोखा राम ओड ने तो कहा- मैं थप्पड़ मार द्यूं तसीलदार नै; तू तो पटवारी है;
आज मुझे लगता है;  मेरे तहसीलदार बनने नोखाराम के शब्द भी कारक हैं;

जयहिंद جیہینڈ  ਜੈਹਿੰਦ 
Ashok 9414094991, Tehsildar ; Sri Vijay Nagar 335704 
http://www.apnykhunja.blogspot.com/  http://www.apnybaat.blogspot.com/;
 http://www.apnyvaani.blogspot.com/;       www.apnykatha.blogspot.com;
 My Location at Globe 73.5178 E; 29.2406 N

रविवार, 9 फ़रवरी 2014

YAADEN (127) यादें (१२७)


16जून से अगस्त 1978 तक मैं और सतनाम सिंह जिलेदार कार्यालय विजयनगर में कार्य करते रहे; सोहन सिंह भुप्पल जिलेदार थे; नौकरी लगते ही सबसे पहला काम मैंने ये किया कि विभाग से अन्य नौकरियों में आवेदन करने का NO OBJECTION CERTIFICATE प्राप्त किया; जो बाद में 1981 में मेरी लड़ाई का मुख्य आधार बना; सोहन सिंह जी के पास मैंने अढाई महीने तक दिल लगा कर काम किये; मैंने उनसे काफी कुछ सीखा; कागज़ में ALL-PIN और CARBON लगाने का तरीका, दोनों तरफ कागज़ मोड़कर, हाशिया छोड़ने का तरीका, लिखते-लिखते रुकने पर कार्बन को निकाल कर अलग रखना, कार्बन के अन्दर ALL-PIN न लगाना, पत्र प्राप्ति-प्रेषण, आने वाला मूल पत्र आगे किसी को भेजने पर DISPATCH में o लगाना आदि; तब तक सूरतगढ़ शाखा, पूर्व खंड जिलेदारी में 8 पटवारी - बद्रीराम, फ़तेह सिंह चौधरी, रूपसिंह राठौड़, शिवदयाल, चेलाराम, सुभाष चन्द्र दुआ, प्रेम सिंह चावला और रामपाल थे; हमारे आने से पुनर्गठन होकर दो नये पटवार मंडल 4BLD पर मुझे व रतनेवाला पर सतनाम सिंह को लगाया;

जयहिंद جیہینڈ  ਜੈਹਿੰਦ 
Ashok 9414094991, Tehsildar ; Sri Vijay Nagar 335704 
http://www.apnykhunja.blogspot.com/  http://www.apnybaat.blogspot.com/;
 http://www.apnyvaani.blogspot.com/;       www.apnykatha.blogspot.com;
 My Location at Globe 73.5178 E; 29.2406 N

रविवार, 2 फ़रवरी 2014

YAADEN (126) यादें (१२६ )

और इस  तरह मैं नहरी पटवारी  बन गया. मुझसे दुसरे दिन 17/06/1978 शनिवार को सतनाम सिंह नहर (निवासी मटीली राठान ) उपस्थित हुआ था; उस समय पूर्व-खंड में  बुज़ुर्ग पण्डित जी बड़े-बाबु थे; उनका पुत्र पास में ही चाय की दुकान करता था; एक वाकया ये हुआ की, हम दोनों पटवारी के पद पर उपस्थित तो हो गये; पर नियुक्ति अधिकारी ने आदेश जारी नहीं किया था; कुछ दिनों बाद सतनाम ने मुझे बताया की नियुक्ति आदेश 16 की बजाय 19 जून को जारी किये हैं; इसलिए बड़े बाबू जी ने कहा है कि 19/06/1978 की तारीख में उपस्थिति लिख कर दो; सतनाम ने तो दुबारा लिख दिया; पर उनके काफी जोर देने पर  मैंने दुबारा नहीं लिखा; तो उनको  नियुक्ति आदेश का नंबर(बी) लिख कर 16/06/1978 में ही जारी करना पड़ा; इस तरह शुरुआत ही एक तरह की अदावत से हो गयी; मेरे प्रति खंडीय कार्यालय में एक तरह से धारणा बन गयी, कि ये किसी का कहना नहीं मानता; उस वक़्त हंसराज गक्खड़ राजस्व लिपिक और मथुरा दास खंडीय लेखाकार थे;   बिलोचिया उपखंड , श्रीविजयनगर में मेघनाथ तथा जगदीश कुमार सर्वा लिपिक और सत्यापाल टैगौर सहायक अभियंता  थे; उन्हीं के पास अधिशासी अभियंता पूर्व खंड, सूरतगढ़ शाखा, का भी कार्यभार था;  वे हमेशा सजे-संवरे रहते थे; धीरे किन्तु सख्त लहजे  में बात करते थे ;