रविवार, 2 जून 2013

YAADEN (91) यादें (९१)

देहरादून में DBS और DAV कॉलेज पढाई और अनुशासन की दृष्टि से अच्छी साख वाले थे; पर ये दोनों PG COLLEGE RAILWAY STATION से तकरीबन 4-5 किलोमीटर उत्तर दिशा में सहस्त्र-धारा जाने वाली DL ROAD पर है; इसी कारण डोईवाला की तरफ से जाने वाले अधिकांश विद्यार्थी हरिद्वार रोड पर RACE-COURSE से पश्चिम दिशा में  RAILWAY-LINE और सहारनपुर के बीच में स्थित, श्रीगुरु रामराय PG COLLEGE   में ही पढ़ते थे;
 अगस्त 1974 में कॉलेज खुलने पर, जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व वाले, छात्र आन्दोलन के अनिश्चय की स्थिति में ही,    मैंने भी BSc (maths) में दाखिला ले लिया; उस समय स्वामसिंह तोमर Principal थे; उनके हाथ का जारी IDENTITY-CARD बहुत बाद तक मैंने यादगार रखी थी; जिस पर उन्होंने खुद्कलम लिखा था-
Valid upto 30 June 1975    
हमसे पहले तक देहरादून जिला MEERUT UNIVERSITY में था; उसमें SEMESTER SYSTEM  था, पर अब GARHWAL UNIVERSITY श्रीनगर नई बन गई थी; इसमें YEAR SYSTEM लागु किया गया; इस कारण SENIORs और हममें अंतर हो गया था;
अशोक जौहर और मैं SGRR मे थे, चमनलाल दत्ता पहले से ही DBS में था; मुझे पक्का याद
नहीं, पर शायद देहरादून से डोईवाला (20 KM)  MST एक महीने की 4 रुपये, और तीन महीने की 9 रुपये में बनती थी;
डोईवाला से अमूनम हम 41 UP मसूरी एक्सप्रेस (दिल्ली) से सुबह 8 बजे चलते थे, वापसी देहरादून से दोपहर 2.40 अमृतसर पसेंजर (लाहौरी) से चलते थे, हर्रावाला में बच्चे टोकरियों में अमरुद बेचने आते थे, पांच-दस पैसे में एक-दो , या फिर 30-40 पैसे में पूरी टोकरी तकरीबन 1 Kg हम ले लेते थे; .        

  जयहिंद جیہینڈ  ਜੈਹਿੰਦ 
 Ashok, Tehsildar  Srivijaynagar  9414094991

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