रविवार, 16 जून 2013

YAADEN (93) यादें (९३)

श्रीगुरु राम राय कॉलेज में मेरा तकरीबन दो-ढाई महीने ही पढना हो सका; उस समय मेरी शकुन्तला मौसी और मौसा हरीशरण आनंद, कांवली रोड, खुड़बुड़ा मोहल्ला में रहते थे; मैं कभी-कभार उनसे मिलने चला जाता था; दशहरे के छुट्टियो में, मैं शकुंतला मौसी और उनके बेटे राजू को साथ लेकर नानुवाला आया; यहाँ आने के बाद मुझे लगा कि छात्र-आन्दोलन, राजनीति, के चक्कर में अपना समय बरबाद करने की बजाय कुछ कारोबार करना चाहिए; और इस सोच के आते ही, मेरा मन पढाई से उचाट हो गया; मैंने अपना इरादा माँ-बाप पर प्रकट किया, पहले तो उन्होंने मुझे समझाने की कोशिश की; पर जब मैंने आन्दोलन के चलते अक्सर कॉलेज में छुट्टी होने, और पढाई न होने का बताया, तो वे मेरे इरादे से सहमत हो गए ; इसके साथ ही मैंने यह भी बता दिया  कि मैं जम्मू जाकर BAKERY का काम सीखूंगा;
कुछ दिन घर रह कर मैं मौसी और उनके बेटे के साथ रवाना हुआ, रायसिंह नगर से दोपहर 1 बजे RAIL से श्रीगंगानगर वहां से शाम 6 बजे CHANDIGARH EXPRESS (जो आजकल बाड़मेर जाती है) उनको अम्बाला से सहारनपुर जाना था, और मुझे आधी रात को धूरी से लुधियाना की गाड़ी पकडनी थी, धूरी पता चला रात वाली गाड़ी बंद है; तो मैं राजपुरा तक उसी गाड़ी में गया, वहाँ से मुझे सीधे जम्मू के लिया SRINAGAR EXPRESS  मिल गयी;
 इस तरह मेरी ज़िन्दगी में अप्रत्याशित TURNIG-PONIT आ गया;

जयहिंद جیہینڈ  ਜੈਹਿੰਦ 
Ashok 9414094991, Tehsildar ; Sri Vijay Nagar 335704 
http://www.apnykhunja.blogspot.com/  http://www.apnybaat.blogspot.com/;
 http://www.apnyvaani.blogspot.com/;       www.apnykatha.blogspot.com;
My Location at Globe 73.5178 E; 29.2406 N

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें