रविवार, 19 जनवरी 2014

YAADEN (124) यादें (१२४)

मेरे GKS Bank में रहने के दौरान ही छोटी बहिन सरोज की सगाई रायसिंहनगर राजेन्द्र सहगल से हुई।
इसी बीच बड़े मामा जी के साथ मैं अपने नानाजी की जमीन का नामांतरकरण करवाने भू-प्रबंध विभाग बीकानेर गया। लगभग उसी दरम्यान सूरतगढ़ में हमारे interview हुये, मैं, ओम और उसके पिताजी भी साथ थे;  मुझे पूछा- sin 60 की value क्या है ? मैंने झट से जवाब दिया- ^/3 /2 [ under root three by two ]

उस वक़्त बठिंडा से सूरतगढ़ बड़ी लाइन का उद्घाटन एक दो दिन पहले ही रेल मंत्री मधु दंडवते ने सूरतगढ़ आकर किया था ; उसी दिन मुझे दिल्ली किसी और interview /test के लिए भी जाना था; शायद हौज़ खास, या फिर greater KAILASH !
सूरतगढ़ से दिल्ली का टिकेट ओम के पिताजी लाये थे, 2 रुपये बच गए, तो वे 5 कचोरियाँ ले आये थे, जो मैंने रास्ते में खाइ. उससे पहले मैंने दाल मोठ वाली राजस्थानी कचोरी,या कोई भी कचोरी न देखी और न खाई थी; सिर्फ मुंशी प्रेम चन्द  की कहानी- बूढ़ी काकी, High school में पढ़ा था;


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