SBBJ में केशियर के रूप में कार्य करते हुए, सरकारी विभागों व व्यापारियों तथा संस्थाओं की जमाये प्राप्त होती थीं ; तब तक रायसिंहनगर में SBI की शाखा नहीं थी; भारत सरकार के खाते में जमा रकम का जोड़ लगाकर ठीक 2 बजे SBI श्रीगंगानगर के नाम का DEMAND DRAFT भी बनाना होता था; 31 मार्च को हमने रात 11 बजे तक जमाये ली; काला धन निकालने के लिए 1978 से पहले 1000 रुपये के नोट बंद हो चुके थे, हमारे बैंक में 27 नोट थे, जिन्हें रोज़ OPENING CASH और CLOSING CASH में गिनना होता था; मैंने पहली बार एक हज़ार का नोट वहीँ देखा देखा था; पाँच सौ रुपये का नोट मैंने नहीं देखा; तब एक सौ रूपये का नोट सबसे बड़ी मुद्रा हो गयी थी;
बाकी संस्थाओं के साथ-साथ पंजाब नेशनल बैंक, गंगानगर केंद्रीय सहकारी बैंक (GKS Bank) और भूमि सहकारी बैंक की जमायें भी हमारे बैंक में आती थी; उस समय GKS बैंक से ओम प्रकाश सहारण लेन-देन के लिए आते थे; पता नहीं उनको मुझमें क्या नज़र आया कि एक दिन मुझसे बोले- आप यहाँ कब तक काम करोगे ? मैंने बताया कि 22 अप्रैल तक, वे बोले उसके बाद चाहो तो हमारे बैंक में आ जाना; पर हम आपको 10 रूपये दैनिक के हिसाब से ही वेतन देंगे;
मैंने 22 अप्रैल तक SBBJ में 460 / रूपये मासिक के हिसाब से काम किया और 24.04.1978 सोमवार को GKS Bank में 300 / के हिसाब से लग गया,
बाकी संस्थाओं के साथ-साथ पंजाब नेशनल बैंक, गंगानगर केंद्रीय सहकारी बैंक (GKS Bank) और भूमि सहकारी बैंक की जमायें भी हमारे बैंक में आती थी; उस समय GKS बैंक से ओम प्रकाश सहारण लेन-देन के लिए आते थे; पता नहीं उनको मुझमें क्या नज़र आया कि एक दिन मुझसे बोले- आप यहाँ कब तक काम करोगे ? मैंने बताया कि 22 अप्रैल तक, वे बोले उसके बाद चाहो तो हमारे बैंक में आ जाना; पर हम आपको 10 रूपये दैनिक के हिसाब से ही वेतन देंगे;
मैंने 22 अप्रैल तक SBBJ में 460 / रूपये मासिक के हिसाब से काम किया और 24.04.1978 सोमवार को GKS Bank में 300 / के हिसाब से लग गया,
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