रविवार, 17 जून 2012

YAADEN (41) यादें (४१)

1965 की लड़ाई में भारतीय जवानों ने अपने सीने पर बमगोले बांध कर AMERICAN PATERON TANKs के परखचे उड़ा दिए, पाकिस्तान की शिकस्त, AMERICA की किरकरी, विश्व कूटनीति में GENERAL याहिया खान ,अयूब खान और जुल्फिकार अली भुट्टो की गिरावट के साथ ही हमारे यहाँ पंजाबी का गीत मशहूर हुआ-

अयूब खां ते भुट्टो ने की नफा कमा लेया ; गिद्दडाँ ने जंग शेरां नाळ ला लेया

ਅਯੂਬ ਖਾਂ ਤੇ ਭੁੱਟੋ ਨੇ ਕੀ ਨਫ਼ਾ ਕਮਾ ਲੇਯਾ; ਗਿਦੜਾ ਨੇ ਜੰਗ ਸ਼ੇਰਾਂ ਨਾਲ ਲਾ ਲੇਯਾ

ताशकंद समझोता, प्रधान-मंत्री लालबहादुर शास्त्री की मौत, गुलजारीलाल नंदा दुबारा कार्यवाहक प्रधान-मंत्री और फिर इंदिरागांधी का प्रधान-मंत्री बनना बहुत तीव्र घटना क्रम चला;
सुभाष चन्द्र बोस के बाद शास्त्री जी की दूसरी मौत है, जिसमे शक की सुइयां आज तक घूम रही हैं; 
इसके तुरंत बाद संत फतेहसिंह ने पंजाबी-सूबा आन्दोलन चलाया; जिससे हरयाणा और हिमाचल प्रदेश का जन्म हुआ; उस समय मैं चौथी में पढता था; चंडीगढ़ का मसला काफी चर्चा में थे; मैंने भी छः नए पैसे के POST-CARD पर अपनी सलाह लिखकर- इंदिरागांधी, प्रधान मंत्री दिल्ली के पते पर भेजी थी कि;

चंडीगढ़ किसी भी राज्य को न दिया जावे;

किसी राष्ट्रीय और सामाजिक मुद्दे पर मेरे बाल -मन की यह प्रथम सार्वजनिक अभिव्यक्ति थी;     

Ashok, Tehsildar Hanumamgarh 9414094991
जय
हिंद
جیہینڈ  ਜੈਹਿੰਦ

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