रविवार, 20 अप्रैल 2014

YAADEN (137) यादें (१३७)

श्री ओमप्रकाश-निशिबाला कि सगाई के कुछ दिन बाद मैं अपनी सास श्रीमती शीला देवी और साली प्रमिला के साथ श्रीगंगानगर शगुन देने गया था; उस समय तक जवाहर नगर नहीं बना था; इंदिरा कॉलोनी से दक्षिण दिशा, वर्त्तमान  UIT सामुदायिक केंद्र, खुराना होटल, गर्ग हॉस्पिटल आदि जगह पर बेरी का बाग़ था; वर्त्तमान सुखाडिया मार्ग की मिटटी डल रही थी; SD COLLEGE /SCHOOL से दक्षिण-पूर्व भी लगभग खाली था; बिहाणी पेट्रोल पम्प के दक्षिण दिशा वाली गली से हम रिक्शा पर कपूर साहब के घर ४४ तिलक नगर गये; उस समय नाम और नंबर नहीं थे; एक दो घर छोड़ कर तिलक नगर कि बसावट नहीं हुई थी;
हम इंदिरा कॉलोनी गये वहाँ मेरे साथ मज़ाक हुआ; मेरे लिए पीने का जो पानी आया, उसमें बहुत सारा नमक घुला हुआ था, मैंने ने नहले पर दहला जड़ दिया और शांति से पानी पी गया; पानी देने वाले हैरान/ परेशान  हो गये कि नमक वाला पानी किसी दूसरे के पास चला गया; भाभी जी कि बड़ी बहिन श्रीमती ऊषा तुली ने मुझसे पूछा जीजाजी पानी और लाऊँ ? मुझे पक्का यकीन हो गया कि नमक इन्होंने ही मिलाया है; शादी के कुछ साल बाद पता चला कि वह भाभी जी की सहेली सोमा की शरारत थी;


जयहिंद جیہینڈ  ਜੈਹਿੰਦ 
Ashok 9414094991, Tehsildar ; Sri Vijay Nagar 335704 
http://www.apnykhunja.blogspot.com/  http://www.apnybaat.blogspot.com/;
 http://www.apnyvaani.blogspot.com/;       www.apnykatha.blogspot.com;
 My Location at Globe 73.5178 E; 29.2406 N

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें