रविवार, 15 दिसंबर 2013

YAADEN (119) यादें (११९)

 इस तरह 1977 शुरूआती आठ माह तक विस्मयकारी राजनीतिक उथल-पुथल से भरपूर रहा; मैं BA FINAL परीक्षा से तो वंचित हो ही गया था; पटवार परीक्षा भी अप्रैल से सितम्बर तक सरकती रही;
मैं यदा-कदा सतज़ण्डा, जैतसर और करणपुर भी आता-जाता रहता था; 
उस समय जुलाई अगस्त में घग्घर नदी में बाढ़ आने पर सूरतगढ़ से जैतसर के बीच रेलगाड़ी बंद हो जाती थी; सूरतगढ़ से जैतसर तक बस में आना पड़ता था आगे भी अगर रेलगाड़ी न मिले तो डाबला-मुकलावा-20PS होकर आते या फिर विजयनगर होकर बस से आते-जाते थे;
इसके अलावा में रोज सुबह cycle पर रायसिंहनगर बजरंग लाल सत्यनारायण गर्ग के परिवार में उनके 7-8 बच्चों को पढाने भी जाता था; पर मैंने आज तक किसी से भी अध्यापन या सलाह के लिए मेहनताना नहीं लिया;  
  अक्तूबर में राठी उच्च माध्यमिक विद्यालय सूरतगढ़ में हुई; मैं और ओम इकट्ठे CANAL COLONY  में रहते थे; गणित का पेपर कुछ ठीक नहीं हुआ था; मुझे उसमे 86 से अधिक नंबर आने की उम्मीद नहीं थी; और संयोगवश किसी कारण से गणित की परीक्षा दुबारा हुई, उसमे 16-16 नम्बरों के 6 सवाल करने थे ; इसमें मेरे 96 नंबर आये, MENSURATION में  मुझे 48/ 50  अंक मिले;
कुल 436 में से 338 अभ्यर्थी सफल हुए, उनमें मेरा तीसरा स्थान था;           

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें