रविवार, 16 सितंबर 2012

YAADEN (54) यादें (५४)


उस समय 25NP, शामगढ़, और रायसिंहनगर में ही MIDDLE SCHOOL थे। हिंदी में माध्यमिक बोला जाता था; लगभग उसी दरम्यान उनका नामकरण उच्च प्राथमिक हुआ।
 नानुवाला, बल्लेवाला, 45NP 55NP 56NP 57NP 35NP सतजंडा,  34NP, 33NP ठंडी, मोहन नगर, 20NP 22NP वाले 25NP ही पढ़ने जाते थे।
छठी में मेरे अलावा नरेंद्र कुमार बिश्नोई 20NP, प्रेम कुमार मंडा 35NP, कृष्ण कुमार मंडा सतजंडा, प्रह्लाद राय 56NP,  पढ़ाई  में होशियार थे
नरेन्द्र कक्षा का MONITER था। एक दिन वह गणित के सवाल करवा रहा था, मैंने SLATE पर सवाल हल करके उसे दिखाया, तो उसने काटा X दिया। मैंने अपनी टाट-पट्टी पर बैठ कर दोबारा जाँच किया, तो मेरे सवाल सही था। मैंने एकदम से जाकर उसका गला पकड़ लिया। वह रोता हुआ HEADMASTER जी के पास गया; पीछे-पीछे मैं भी चला गया। उस दिन से उसने MONITERY छोड़ दी।    उसके पिता पृथ्वी राज सरपंच थे। उसका बड़ा भाई गजेन्द्र हमसे एक CLASS आगे था। बाद में तीन साल  हम दोनों दोस्त बन कर रहे 
25NP का साथ छूटने के कुछ साल बाद साँप काटने से प्रह्लाद की मौत हो गई, पता चला कि नरेंद्र भी छोटी उम्र में गुज़र गया। प्रेम ENGINEERING  में बीकानेर चला गया था, उससे पाँच-चार साल बाद मुलाकात होती रही है; कृष्ण कुमार महाराष्ट्र में KL BISHNOI के नाम से IPS है। उससे आज तक मुलाकात नहीं हुई। 

जयहिंद جیہینڈ  ਜੈਹਿੰਦ  
Ashok, Tehsildar  Srivijaynagar  9414094991


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