एक दिन मैंने सोचा; देखा जायकि चटनी कैसे बनती है; बाहर रसोई में पत्थर की कुण्डी थी; मैंने उसमे एक कागज़ रखा और जोर से बट्टा मारा तो पत्थर की कुण्डी दो फाड़ हो गयी ; और मैं चुपके से खिसक गया;वो दोनों टुकड़े शायद अब भी नानुवाला हमारे धर पड़े हैं; ज्ञान बावरी का लड़का सहीराम मेरा हम उम्र था; उसकी तिपहिया साईकिल हमारे घर सामान के साथ ऊंटनी से उतरी; मैंने मान लिया , साईकिल मेरी ही है;बड़ी मुश्किल से मुझसे चोरी उसे पहुँचाया गया;
उषा के लिए पेंट और कमीज़ आयी ; मुझे सुन्दर लगी; पिताजी के साथ बनारसीदस अनिल कुमार मल्होत्रा की दुकान पर गया; बाशी (सुभाष शर्मा ) चाचाजी साथ थे; गले तक फौजियों वाली पेंट, सफ़ेद रंग की कमीज़ नाहर सिंह दर्जी ने सिलाई की थी, जिसे पहन कर मैं बहुत खुश रहता था; श्रीराम के पिता का नाम रतनचंद वह 37 NP का कोतवाल था, चक के मृत पशुओं लो वह ही उठाते थे; वह पढ़ा-लिखा था; उसका दादा बाबुराम था, यद्यपि छूआछूत काफी थी, रतनचंद और बाबुराम दोनों बाप-बेटों की दुकान पर पिताजी के पास काफी आमदरफ्त थी; रतनचंद अक्सर मुझे LAHUR UNIVERSITY और MATRIC पढाई की बातें किया करता था; श्रीराम की माता धनवंती को मैं मौसी कहता था; बाबुराम बच्चों के नाखून पर चमेली का तेल लगा कर चोरी वगेरा बताता था; एक बार मेरे दायें हाथ के नाखून पर भी उसने प्रयोग किया था ; झाड़ू लगाओ, भिश्ती पानी छिड़के, चोर का पता बताओ, सामान बताओ, जगह बताओ, पर खूब कोशिश करने पर भी मैं कुछ नहीं बता सका; श्रीराम तीसरी तक मुझसे आगे था, चौथी से छटी तक बराबर रहे फिर वह पीछे हो गया; मेरे देहरादून से वापसआने के बाद वह और करनसिंह राजपूत विजयनगर सिपाही लग गए थे, बादमें मैं जब लालगढ़ गिरदावर के पद पर था, एक दिन संयोगवश रायसिंहनगर से बस में पिछले दरवाज़े से चढ़ा;मैंने नानुवाला अड्डे पर उसे आगे -आगे जाते देखा; तो मिलने की इच्छा से दौड़कर पीछे से जाकर उसका कन्धा पकड़ा, उसने मुड कर; देखा और मुझे डांट दिया _"लाला ! बन्दे नू कोई तमीज़ होनी चाहीदी है "
मैं बहुत ही रुआंसा हो गया था, सोच रहा था की मैंने पद को भुलाकर दोस्ती को बरकरार रखा; पर उसने पुलसिये जैसा ही किया;वह चुनावड थाने में था, वहीँ उसकी मौत हो गयी; उसका परिवार अब चुनावड ही रहता है;
जय हिंद جیہینڈ ਜੈਹਿੰਦ
Ashok, Tehsildar Hanumamgarh ९४१४०९४९९१
MY HOUSE NANUWALA AT GLOBE 73.450529E; 29.441214 N
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जवाब देंहटाएंFrom: Safar A Zindagi
जवाब देंहटाएंDate: Mon, 23 Jul 2012 07:28:29 -0700
Subject: Re: [mundwa news channel]
http://apnybaat.blogspot.in/2012/05/yaaden37.html
To: mundwa news channel
Safar A Zindagi commented on your post in mundwa news channel.
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