रविवार, 12 फ़रवरी 2012

YAADEN (23) यादें (२३)

मेरे साथ कक्षा में गुरमेल सिंह, तेजा सिंह, मेरी दोनों मौसियाँ सोमा व कमला हम पांच सहपाठी थे;  हमारे से पीछे मोहन सिंह, श्याम सिंह, जसवीर सिंह, महेंद्र सिंह (राजपूत), सुल्तान सुथार, काशी सुथार, महेंद्रसिंह (छोटा मिंदा), किरना, पदमा और मेरी बुआ सत्या देवी थीं. हमारे से आगे महेंद्र सिंह (बड़ा मिंदा), मदन गोदारा, मेरे चाचा मदन लाल,  श्रीराम, कैलाश देवी, गुड्डी कौर. विश्वनाथ और उसकी बहन बिमला  थीं; उससे आगे कृष्ण मंडा, नत्थू राम सुथार, मनीराम सुथार, बलवीर सिंह, हरदेव सिंह और मेरे चाचा मंगतराम, गुलाब सिंह थे. कच्ची पहली और पक्की पहली मैंने नहर के पार पंचायत घर में चलने वाले स्कूल में पढ़ी और दूसरी तीसरी व चौथी नहर के इस पार नया स्कूल बन जाने पर पढ़े, आजकल ये उच्च प्राथमिक पाठशाला है. बाद में मैं भानियावाला चला गया था.  जय हिंद جیہینڈ  ਜੈਹਿੰਦ
http://www.apnyvaani.blogspot.com/              

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