APNY-BAAT ME APNY KAMZORI SABSE PAHLE ZIKR KARNA CHAHUNGA. MERI SABSE BRHI KAMZORI HAI ; - GUSSA. AKELE ME HAMESHA SOCHTA HU KI SHANT RAHUNGA :- MAST RAHO MASTI ME!
AAG LAGE BASTI ME !!
PAR BASTI ME AAG DEKTE HI AAPE SE BAHAR HO JATA HOO.
KRISHNA; ARJUN SRIMADBHAGVADGEETA; . . . .. AUR FIR KURUKSHETRA KA YUDDH. SHAYAD NIYATI NE MERE LIYE YAHI LIKHA HAI.
DOOSRI KAMZORI JANOON K ROOP ME KAM KO POORA KARNA :-
YOGASTH KURU KARMANI; SANG TYAKTV DHANANJAY !
YAHI BAAT EK TEESRI KAMZORI ME BADAL GAI HAI :- PAGALPAN KI HAD TAK SOCHNA. IS SOCH NE AAGE EK AUR KAMZORI PAIDA KAR D HAI KI SOCH K MUTABIK KAAM N HONE PAR PASAND NAHI AATA; AUR KUDHTA RAHTA HOO. EK AAKHIRI KAMZORI :-
APNI KAMZORIO K BARE ME SOCHTA TO BAHUT HOO; PAR UNHE DOOR NAHI KAR PAYA HOO :-
SABSE MUSHKIL KAM HAI; APNE AAP PAR NIYANTRAN KARNA¤
JAI ¤ HIND
@NAGAUR
आग लगे बस्ती में !!
पर बस्ती में आग देकते ही आपे से बाहर हो जाता हूँ .
कृष्ण ; अर्जुन श्रीमद्भागवद्गीता ; . . . .. और फिर कुरुक्षेत्र का युद्ध . शायद नियति ने मेरे लिए यही लिखा है .
दूसरी कमजोरी जानूं के रूप में काम को पूरा करना :-
योगस्थ कुरु कर्माणि ; संग त्यक्त्व धनञ्जय !
यही बात एक तीसरी कमजोरी में बदल गई है :- पागलपन की हद तक सोचना . इस सोच ने आगे एक और कमजोरी पैदा कर दी है की सोच के मुताबिक काम न होने पर पसंद नहीं आता ; और कुढ़ता रहता हूँ . एक आखिरी कमजोरी :-
अपनी कमज़ोरियो के बारे में सोचता तो बहुत हूँ ; पर उन्हें दूर नहीं कर पाया हूँ :-
सबसे मुश्किल काम है ; अपने आप पर नियंत्रण करना ¤
जय ¤ हिंद
@नागौर
My Location at Globe 74.2690 E; 29.6095N
AAG LAGE BASTI ME !!
PAR BASTI ME AAG DEKTE HI AAPE SE BAHAR HO JATA HOO.
KRISHNA; ARJUN SRIMADBHAGVADGEETA; . . . .. AUR FIR KURUKSHETRA KA YUDDH. SHAYAD NIYATI NE MERE LIYE YAHI LIKHA HAI.
DOOSRI KAMZORI JANOON K ROOP ME KAM KO POORA KARNA :-
YOGASTH KURU KARMANI; SANG TYAKTV DHANANJAY !
YAHI BAAT EK TEESRI KAMZORI ME BADAL GAI HAI :- PAGALPAN KI HAD TAK SOCHNA. IS SOCH NE AAGE EK AUR KAMZORI PAIDA KAR D HAI KI SOCH K MUTABIK KAAM N HONE PAR PASAND NAHI AATA; AUR KUDHTA RAHTA HOO. EK AAKHIRI KAMZORI :-
APNI KAMZORIO K BARE ME SOCHTA TO BAHUT HOO; PAR UNHE DOOR NAHI KAR PAYA HOO :-
SABSE MUSHKIL KAM HAI; APNE AAP PAR NIYANTRAN KARNA¤
JAI ¤ HIND
@NAGAUR
अपनी -बात में अपनी कमजोरी सबसे पहले ज़िक्र करना चाहूँगा . मेरी सबसे बड़ी कमजोरी है ; - गुस्सा . अकेले में हमेशा सोचता हूँ कि शांत रहूँगा :- मस्त रहो मस्ती में !
पर बस्ती में आग देकते ही आपे से बाहर हो जाता हूँ .
कृष्ण ; अर्जुन श्रीमद्भागवद्गीता ; . . . .. और फिर कुरुक्षेत्र का युद्ध . शायद नियति ने मेरे लिए यही लिखा है .
दूसरी कमजोरी जानूं के रूप में काम को पूरा करना :-
योगस्थ कुरु कर्माणि ; संग त्यक्त्व धनञ्जय !
यही बात एक तीसरी कमजोरी में बदल गई है :- पागलपन की हद तक सोचना . इस सोच ने आगे एक और कमजोरी पैदा कर दी है की सोच के मुताबिक काम न होने पर पसंद नहीं आता ; और कुढ़ता रहता हूँ . एक आखिरी कमजोरी :-
अपनी कमज़ोरियो के बारे में सोचता तो बहुत हूँ ; पर उन्हें दूर नहीं कर पाया हूँ :-
सबसे मुश्किल काम है ; अपने आप पर नियंत्रण करना ¤
जय ¤ हिंद
@नागौर
My Location at Globe 74.2690 E; 29.6095N
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