1975 की गर्मियों में जम्मू से नानुवाला लौटा, तो मुल्क के सियासी हालात करवट बदल रहे थे; FAMILY-PLANING की सरकारी जोर-जबरदस्ती शुरू थी; इंदिरा गाँधी के नारे जगह-जगह लिखे थे -
कड़ी मेहनत !
पक्का इरादा!!
अनुशासन !!!
संजय गाँधी की युवा कांग्रेस का बोलबाला था; अम्बिका सोनी, माखनलाल फोतदार, अरुण नेहरु,विद्याचरण शुक्ल, ताजदार बाबर, RK धवन, हरिकिशन लाल भगत, बंसीलाल व उनका पुत्र सुरेन्द्र कुमार, जगदीश TITLER, जगमोहन सुर्ख़ियों में थे; दिल्ली केंद्र शासित ही थी;
शासन व्यवस्था में संजय के हस्तक्षेप से नाराज़ होकर सूचना एवं प्रसारण मंत्री इंद्र कुमार गुजराल ने इस्तीफ़ा दे दिया; संजय गाँधी के कार्य-क्रम में शामिल होने से मना करने पर आकाशवाणी ने किशोर कुमार के गानों का प्रसारण बंद कर दिया; जामा-मस्जिद और तुर्कमान-गेट के लाखों झुग्गी-झोंपड़ी वालों को बेदखल किया गया;
42 वें संविधान संशोधन से संसद का कार्यकाल 6 वर्ष किया; संविधान के मौलिक स्वरुप को काफी बदला गया, इलाहबाद उच्च न्यायालय के एतिहासिक फैसले को भी संविधान संशोधन से नाकाबिल कर दिया;
राष्ट्रपति को पूरी तरह प्रधान-मंत्री और मंत्री-परिषद् की सलाह के तहत कर दिया; राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद ने संविधान के अनुच्छेद 352 के अंतर्गत आंतरिक आपात-स्थिति लागू कर दी;
नौकरशाही का रुतबा बढ़ गया था; आंसुका (आंतरिक सुरक्षा कानून) INTERNAL SECURITY ACT के कारण समाज में तानाशाही जैसी हालात वाले डर और आशंकाएं व्याप्त हो चुकी थीं ! !!!!!!
जयहिंद جیہینڈ ਜੈਹਿੰਦ
कड़ी मेहनत !
पक्का इरादा!!
अनुशासन !!!
संजय गाँधी की युवा कांग्रेस का बोलबाला था; अम्बिका सोनी, माखनलाल फोतदार, अरुण नेहरु,विद्याचरण शुक्ल, ताजदार बाबर, RK धवन, हरिकिशन लाल भगत, बंसीलाल व उनका पुत्र सुरेन्द्र कुमार, जगदीश TITLER, जगमोहन सुर्ख़ियों में थे; दिल्ली केंद्र शासित ही थी;
शासन व्यवस्था में संजय के हस्तक्षेप से नाराज़ होकर सूचना एवं प्रसारण मंत्री इंद्र कुमार गुजराल ने इस्तीफ़ा दे दिया; संजय गाँधी के कार्य-क्रम में शामिल होने से मना करने पर आकाशवाणी ने किशोर कुमार के गानों का प्रसारण बंद कर दिया; जामा-मस्जिद और तुर्कमान-गेट के लाखों झुग्गी-झोंपड़ी वालों को बेदखल किया गया;
42 वें संविधान संशोधन से संसद का कार्यकाल 6 वर्ष किया; संविधान के मौलिक स्वरुप को काफी बदला गया, इलाहबाद उच्च न्यायालय के एतिहासिक फैसले को भी संविधान संशोधन से नाकाबिल कर दिया;
राष्ट्रपति को पूरी तरह प्रधान-मंत्री और मंत्री-परिषद् की सलाह के तहत कर दिया; राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद ने संविधान के अनुच्छेद 352 के अंतर्गत आंतरिक आपात-स्थिति लागू कर दी;
नौकरशाही का रुतबा बढ़ गया था; आंसुका (आंतरिक सुरक्षा कानून) INTERNAL SECURITY ACT के कारण समाज में तानाशाही जैसी हालात वाले डर और आशंकाएं व्याप्त हो चुकी थीं ! !!!!!!
जयहिंद جیہینڈ ਜੈਹਿੰਦ
Ashok 9414094991, Tehsildar ; Sri Vijay Nagar 335704
http://apnykhunja.blogspot.com/ http://apnybaat.blogspot.com/;
http://apnyvaani.blogspot.com/; http:/apnykatha.blogspot.com;
My Location at Globe 73.5178 E; 29.2406